आज की तेज़ ज़िंदगी में हर किसी के पास जिम जाने या लंबा वर्कआउट करने का समय नहीं होता। लेकिन स्वास्थ्य को अनदेखा करना भी संभव नहीं। अगर आप रोज़ सिर्फ 5 मिनट निकाल लें, तो आप अपनी सेहत को बेहतर बना सकते हैं।
यह छोटा-सा वर्कआउट रूटीन घर पर किया जा सकता है और इसमें किसी उपकरण की ज़रूरत नहीं होती।
कई बार लोग सोचते हैं कि 5 मिनट में क्या फर्क पड़ेगा? मगर वैज्ञानिक शोध बताते हैं कि अगर आप रोज़ थोड़ी भी शारीरिक गतिविधि करें तो यह हृदय स्वास्थ्य
रक्त संचार और मानसिक शांति के लिए बेहद उपयोगी होती है। यह दिनभर की थकान मिटाकर आपकी ऊर्जा बढ़ाती है और मेटाबॉलिज्म सक्रिय रखती है।
वर्कआउट शुरू करने से पहले 1 मिनट हल्की वार्म-अप करें ताकि आपकी मांसपेशियां तैयार हो जाएं।
जंपिंग जैक (Jumping Jack): यह पूरे शरीर को एक्टिव करने वाली एक्सरसाइज है। लगातार 30 सेकंड करें।
आर्म सर्कल्स (Arm Circles): अपने कंधों को गोलाई में घुमाएं, इससे ब्लड फ्लो बढ़ेगा।
नेक्स स्ट्रेच (Neck Stretch): गर्दन को धीरे-धीरे दाएं-बाएं झुकाएं, ताकि सिर और रीढ़ में लचीलापन आए।
अब जानते हैं 5 मिनट का पूरा वर्कआउट सेशन जो घर पर आसानी से किया जा सकता है। हर एक्सरसाइज 45 सेकंड करें और 15 सेकंड आराम लें।
स्क्वाट्स (Squats):
अपनी पीठ सीधी रखकर नीचे बैठें और वापस ऊपर उठें। यह पैरों की मांसपेशियों को मजबूत करता है और निचले शरीर की फैट बर्निंग में मदद करता है।
पुश-अप्स (Push-Ups):
ज़मीन पर झुककर अपनी छाती से ज़मीन को छूने की कोशिश करें और वापस ऊपर उठें। यह आपकी बाहों, कंधों और सीने को मजबूत बनाता है।
माउंटेन क्लाइंबर्स (Mountain Climbers):
यह कार्डियो के लिए बहुत प्रभावी है। इसे करने से हार्ट रेट बढ़ता है और पेट की चर्बी तेजी से घटती है।
प्लैंक (Plank):
यह पोज स्थिति में रहें और पूरे शरीर को सीधा रखें। यह कोर मसल्स को टोन करता है और बैक पेन को कम करता है।
हाई नीज़ (High Knees):
दोनों घुटनों को तेज़ी से ऊपर उठाते हुए दौड़ने जैसी गति करें। इससे शरीर गर्म होता है और कैलोरी तेजी से बर्न होती है।
अगर आप अभी वर्कआउट शुरू कर रहे हैं, तो हर एक्सरसाइज को 30 सेकंड तक करें और धीरे-धीरे समय बढ़ाएं।
शुरुआत के कुछ दिनों के बाद आपका शरीर इसकी आदत डाल लेगा। धीरे-धीरे आप अपने 5 मिनट को 10 मिनट तक बढ़ा सकते हैं।
किसी भी वर्कआउट से पहले हल्का पानी पिएं।
वर्कआउट के बाद शरीर को स्ट्रेच करें ताकि मांसपेशियों में दर्द न हो।
खाली पेट एक्सरसाइज करने से बचें।
नियमितता बनाकर रखें, क्योंकि निरंतरता ही सफलता का मूल है।
दिनभर ऊर्जा बनी रहती है।
नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है।
ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर नियंत्रण में रहते हैं।
शरीर की लचीलापन और सहनशक्ति बढ़ती है।
मानसिक तनाव कम होता है और मूड बेहतर होता है।
इस वर्कआउट की सबसे बड़ी खूबी यह है कि इसमें किसी उपकरण की आवश्यकता नहीं होती। सिर्फ एक योगा मैट या फर्श पर जगह काफी है।
यही बहाना खत्म करने का समय है कि “वर्कआउट के लिए सामान नहीं है”। अब घर ही आपका परफेक्ट जिम बन सकता है।
कई लोग शुरुआत में जोश में रहते हैं, पर बाद में छोड़ देते हैं। इसीलिए अपने वर्कआउट के साथ छोटे लक्ष्य तय करें।
जैसे – “मैं 10 दिन लगातार 5 मिनट वर्कआउट करूंगा।” जब यह लक्ष्य पूरा होगा तो आत्मविश्वास बढ़ेगा और आप आगे बढ़ते रहेंगे।
5 मिनट का यह सरल वर्कआउट आपके शरीर और मन दोनों पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
चाहे आपकी दिनचर्या कितनी भी व्यस्त क्यों न हो, रोज़ 5 मिनट जरूर निकालें। याद रखिए – फिटनेस जिम से नहीं, आदतों से आती है।